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Saturday, January 7, 2012

तलाश

मेरे सपनों के उडते बादल
तलाशते रहते हैं
नई रोशनी
 नई उम्मीदें
नई ख्वाहिशें
खुशियों के अक्स
जैसे तलाशते हैं नया आसमान
परिंदों के पर |

मोहिनी चोरड़िया


मुझे तलाश है
उस मासूम बच्चे के चेहरे की जिस पर मुस्कान न दिखी थी
उन बिखरे पलों की  जिन्हें समेट न पाई थी
उन सपनों की जो आँख खुलने पर बिखर गये थे
उन अनकहे ज़ज्बातों की जिन्हें मधुर शब्द न मिल सके
उन भूले बिसरे गीतों की जो सुर की तलाश में गाये न जा सके
उन कल्पनाओं की जो आकार न ले सकीं
उस किरण की जो अँधेरे को सिर्फ छूकर निकल गयी
फुर्सत के उन क्षणों की जिन्हें अपने न मिल सके
उस नयी राह की जिस पर जोश से न चल सकी

उम्मीद कायम है
तलाश का ये सफर जारी है,
नव वर्ष का नया सवेरा आगे बढायेगा ,इस तलाश को
बच्चे के चेहरे को रंगत भरी मुस्कान मिलेगी
बिखरे पलों ,बिखरे सपनों को सिमटने का मौका
ज़ज्बातों ,गीतों को नये शब्द ,नये सुर मिलेंगे
मिलेगा वर्तमान जीने के लिये
अँधेरे रोशन होंगे
फुर्सत के  क्षणों को मिलेगा मीत
नई राह में भरेगा प्रवाह
पूरी होगी, मेरे मन की ,मानव मन की
सुख शान्ति की चिर तलाश

मोहिनी चोरड़िया 

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