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Sunday, January 1, 2012

सावन की फुहारें



सावन आया पिया,
मन भाया पिया 
प्यार के रंग में रंगी धानी चूनर
मंगा दो पिया 
प्यार का रंग
कितना गहरा
में भी जानूं पिया 
जैसे धरती खिले अम्बर के तले
मै भी खिलूँ ,
तेरा रंग ,
तेरा संग ले लूं पिया 
मन भीगे ,तन भीगे   
प्यार की बदली बरसे 
जम के पिया 
नाचे मन का मोर
सावन में पिया | 



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